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एक नई शुरुआत -02-Jan-2022

एक नई शुरुआत 


कुछ तुमने कहा कुछ मैंने कहा 
कुछ गलती तुमने की कुछ मैंने की 
कुछ नादानी तुम्हारी थी कुछ मेरी
कुछ शक तुमने किया कुछ मैंने 
थोड़ी सी बेवफाई तुम्हारी थी थोड़ी मेरी
थोड़ा सा सितम वक्त का थोड़ा अपनों का 
कुछ हालात खराब थे कुछ किस्मत 
यूं जिंदगी ने हम दोनों को रुसवा किया
जमाने की बातों में आकर यूं मुंह मोड़ लिया
मासूम दिल का जरा ना खयाल किया 
वो साथ गुजारे हुये पल भूल गयीं तुम 
मैंने भी रोष में कुछ ज्यादा ही सुना दिया 
बहुत हो गये झगड़े फसाद आओ बैठें बात करें 
दिल से दिल की वो पहली सी मुलाकात करें 
कुछ तुम आगे बढ़ो कुछ कदम में बढ़ाऊं
इस जिंदगी की फिर से एक नई शुरुआत करें 

हरिशंकर गोयल "हरि"
2.1.22 


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2 Comments

Tarun Kumar Srivastava

02-Jan-2022 11:44 AM

बहुत खूब

Reply

Hari Shanker Goyal "Hari"

02-Jan-2022 02:39 PM

धन्यवाद जी

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